खतौली में हुए उत्कल एक्सप्रेस हादसे के दो सप्ताह बाद 13 रेल कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया गया है। बुधवार को उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने बर्खास्तगी पर मुहर पर लगा दी है।
#Muzaffarnagar train derailment: 13 Railway employees removed from service by Rail administration.
— ANI UP (@ANINewsUP) August 30, 2017
खतौली में हुए उत्कल एक्सप्रेस के हादसे में लापरवाही बरतने वाले चतुर्थ श्रेणी के 12 कर्मचारियों को बुधवार को बर्खास्त कर दिया। वहीं उस समय इन कर्मचारियों की मॉनिटरिंग कर रहे जूनियर इंजीनियर प्रदीप कुमार को भी रेलवे ने बाहर का रास्ता दिखा दिया। उत्तर रेलवे की ओर से इन कर्मचारियों पर प्रथमदृष्टया दोषी मानते हुए कार्रवाई की गई है।
हादसे के बाद कर्मचारियों पर रेलवे एक्ट की धारा 151 और 154 के तहत एफआइआर दर्ज की गई थी। इन धाराओं में लापरवाही बरतने, बिना सूचना के ट्रैक छोडऩे का दोषी बताते हुए कार्रवाई की गई है
कमिश्नर रेलवे सेफ्टी ने दिल्ली में दो दिन तक इस हादसे में शामिल रहे अधिकारियों और कर्मचारियों को बुलाया था। कमिश्नर रेलवे सेफ्टी के सामने इन्होंने चाय पीने जाने का बयान दिया था। इससे कमिश्नर ने बिना किसी सूचना के ट्रैक खुला छोडऩे पर इन्हें दोषी माना।
सीनियर डीईन कॉर्डिनेशन बिजेंद्र कुमार की कार्रवाई के बाद 13 कर्मचारियों को रेलवे ने नौकरी से निकाल दिया है।