काशी में कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान के लिए पांच लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ा। सात किलोमीटर लम्बे घाटों पर पांव रखने तक की जगह नहीं बची।
तीर्थ पुरोहित देवेश मिश्रा ने बताया, ”दशकों के बाद इतनी भीड़ गंगा स्नान को पहुंची है। पुराणों के अनुसार, मान्यता है कि जो व्यक्ति पूरे साल गंगा स्नान से वंचित रहता है और कार्तिक पूर्णिमा को गंगा स्नान कर लेता है तो उसे साल भर का पुन्य प्राप्त होता है।”
Varanasi: Devotees throng banks of river Ganga, to take a holy dip on the occasion of Kartik Purnima. pic.twitter.com/nVVaSJC3oV
— ANI UP (@ANINewsUP) November 4, 2017
राजेंद्र प्रसाद और दशाश्मेध घाट पर दर्जनों लोग गुम हो गए। लाउडस्पीकर में परिजन गुम होने वाले सदस्यों को बुलाते दिखे।
शनिवार (4 नवंबर) को कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा है। हिंदू धर्म में पूर्णिमा को विशेष महत्व होता है। पूर्णिमा के दिन पूजा-पाठ और दान-पुण्य करने से अक्षय फल की प्राप्ति होती है।