इटावा: चंबल परिवार द्वारा बसरेहर ब्लॉक स्थित लोहिया ग्राम में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम 1857 के क्रांतियोद्धा शहीद मारून सिंह लोधी को याद किया गया। चंबल-यमुना दोआबा में स्थित पालीधार गांव से उनके वंशजों द्वारा लायी गयी मिट्टी में पीपल का पौधा रोपकर उनकी स्मृतियों को हमेशा के लिए जीवंत किया गया।
दस्तावेजी लेखक डॉ. शाह आलम राना ने बताया कि मारून सिंह लोधी इसी धरती के ऐसे सूरमा थे जिन्होंने फिरंगी शासन से सीधे मोर्चा लिया था। ब्रिटिश कालीन दस्तावेजों में आज भी उनकी वीरता और साहस का बखान दर्ज है। शहीद मारून सिंह हमारे लिए ऐसे प्रकाश पुंज की तरह हैं जिनसे हम ऊर्जा लेते हैं।
चंबल परिवार संयोजक चन्द्रोदय सिंह चौहान ने कहा कि चंबल परिवार अपने आयोजनों से न केवल ऐसे लड़ाका पुरखों की यादों को सहेज रहा है बल्कि स्मृति पटल से धुंधला दिए गए क्रांतिवीरों से नई पीढ़ी को रूबरू कराने की कोशिश में लगातार लगा हुआ है।
इस अवसर पर अमर सिंह तोमर, पंकज गुप्ता, चन्द्रवीर सिंह चौहान, राम बरन, डीके सिकरवार, अटल बिहारी, अनिकेत शंखवार, जितेंद्र आदि ने शहीद मारून सिंह लोधी को याद करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किए।