7 सितंबर 2025 को साल का आखिरी चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। यह ग्रहण ज्योतिषीय दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि यह कुंभ राशि के पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में होगा। इस दौरान शनि वक्री रहेंगे और मंगल-शनि का समसप्तक योग भी बनेगा।

7 सितंबर 2025 को साल का आखिरी चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। जब पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है और उसकी छाया चंद्रमा पर पड़ती है, तब यह खगोलीय घटना होती है। यह ग्रहण ज्योतिषीय दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि यह कुंभ राशि के पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में होगा। इस दौरान शनि वक्री रहेंगे और मंगल-शनि का समसप्तक योग भी बनेगा।
देश और दुनिया पर प्रभाव
ज्योतिष विशेषज्ञों के अनुसार, यह ग्रहण देश-दुनिया में बड़े बदलाव ला सकता है। कुंभ राशि एक वायु तत्व और शनि की राशि है, इसलिए इसका असर राजनीति, वैश्विक अर्थव्यवस्था और सामाजिक आंदोलनों पर देखने को मिल सकता है।
- राजनीति: भारत में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच टकराव बढ़ सकता है।
- आर्थिक: यूरोप और एशिया के कई देशों में आर्थिक अस्थिरता आ सकती है।
- प्राकृतिक: भूकंप, सुनामी या ज्वालामुखी जैसी प्राकृतिक आपदाओं का खतरा बढ़ सकता है।
- सकारात्मक: भारत को विज्ञान, तकनीक और अंतरिक्ष के क्षेत्र में बड़ी सफलता मिलने की संभावना है।
गर्भवती महिलाओं के लिए सावधानियां
ग्रहण काल में गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। उन्हें घर के भीतर ही रहने और नुकीली या धारदार चीजों का इस्तेमाल न करने की सलाह दी जाती है। इस दौरान मंत्र जप और राम नाम का स्मरण शुभ माना गया है। ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान और शुद्धिकरण करना चाहिए।
12 राशियों पर चंद्र ग्रहण का प्रभाव और उपाय
ज्योतिष विशेषज्ञों के अनुसार, ग्रहण भय का नहीं, बल्कि आत्मशुद्धि का अवसर होता है। 12 राशियों पर ग्रहण के प्रभाव और उसके दुष्प्रभाव से बचने के लिए कुछ उपाय:
- मेष: मानसिक तनाव से बचने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ करें।
- वृषभ: पारिवारिक विवाद से बचने के लिए सफेद वस्त्र और दूध का दान करें।
- मिथुन: नौकरी में अनिश्चितता दूर करने के लिए हरे वस्त्र पहनें और मूंग का दान करें।
- कर्क: स्वास्थ्य समस्याओं के लिए चावल और दूध का दान करें।
- सिंह: दांपत्य जीवन में शांति के लिए सूर्य मंत्र का जाप करें।
- कन्या: आर्थिक हानि से बचने के लिए दुर्गा सप्तशती का पाठ करें।
- तुला: प्रेम संबंधों में बाधाएं दूर करने के लिए देवी लक्ष्मी की पूजा करें।
- वृश्चिक: पारिवारिक तनाव के लिए पीपल पर जल चढ़ाएं और लाल वस्त्र दान करें।
- धनु: शिक्षा में रुकावटों के लिए विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें।
- मकर: धन हानि से बचने के लिए शनि मंदिर में दीपक जलाएं।
- कुंभ: यह ग्रहण आपकी राशि में है, इसलिए महामृत्युंजय मंत्र का जप करें और तिल-उड़द का दान करें।
- मीन: मानसिक शांति के लिए पितरों का तर्पण करें।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. KHABARUP इसकी पुष्टि नहीं करता है)