मऊ. घोसी विधानसभा उपचुनाव का नतीजा आ गया है। शुक्रवार दिनभर चली मतगणना के बाद समाजवादी पार्टी के सुधाकर सिंह ने विजय हासिल कर ली। सुधाकर सिंह ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी भाजपा के दारा सिंह चौहान को 42759 हजार वोटों के बड़े अंतर से हराया।
आज सुबह 8 बजे जबसे मतगणना शुरू हुई है तबसे ही समाजवादी पार्टी के सुधाकर सिंह लगातार आगे बने रहे। 33 राउंड की मतगणना के बाद सुधाकर सिंह को 1,24,427 वोट मिले। दूसरे नंबर पर भाजपा के दारा सिंह चौहान रहे जिन्हें 81,668 वोट मिले। तीसरे नंबर पर पीस पार्टी के सानुल्ला रहे जिन्हें 2570 वोट मिले। यहां कांग्रेस ने सपा को समर्थन दिया हुआ था और बसपा ने अपना उम्मीदवार नहीं उतारा था।
घोसी उपचुानव में मतगणना कलेक्ट्रेट परिसर में सुबह 8 बजे से शुरू हो गई थी। सबसे पहले बैलेट पेपर्स से पड़े मतों की गिनती की गई। मतगणना केंद्र के बाहर सपा और भाजपा के समर्थक भारी संख्या में मौजूद रहे।
घोसी उपचुनाव दारा सिंह चौहान के इस्तीफे की वजह से हुआ। प्रदेश के पिछले विधानसभा चुनाव में दारा सिंह चौहान समाजवादी पार्टी में थे और समाजवादी पार्टी से घोसी से विधायक चुने गए थे। कुछ महीनों पहले उन्होंने सपा की सदस्यता और विधानसभा से भी इस्तीफा दे दिया और भाजपा में शामिल हो गए। वह इस बार भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े लेकिन सपा के पुराने नेता सुधाकर सिंह ने उन्हें मात दे दी।
इस उपचुनाव में दारा सिंह चौहान जीत जाते तो उनके मंत्री बनने की अटकलें भी लगाई जा रही थीं। इसके अलावा सुभासपा के ओमप्रकाश राजभर को भी मंत्री बनाए जाने की चर्चाएं चल रही थीं। घोसी के नतीजों ने समूचा समीकरण ही बदल दिया है। जाहिर है दारा सिंह चौहान और ओमप्रकाश राजभर दोनों को ही उपचुनाव के नतीजों से बड़ा झटका लगा है। इनके मंत्री पद के सपने का क्या होगा यह देखने वाली बात होगी।
बताते चलें कि घोसी उपचुनाव को लेकर सुहsलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने कहा था कि चुनाव हम बड़े अंतर से जीतेंगे। उन्होंने एक सभा में यह तक कह दिया था कि ‘सपा अध्यक्ष को वापस सैफई (अखिलेश यादव का पैतृक गांव) ना भेज दिया तो नाम बदल देना’। यह चुनाव राजभर के लिए खासी अहमियत रखता है क्योंकि राजभर के एनडीए में सियासी कद के लिए यह काफी महत्पवूर्ण था। नतीजे से साफ है कि ओमप्रकाश राजभर जिस वोटबैंक पर पकड़ का दावा करते हैं वह वह पूरी तरह से सच नहीं है। घोसी में ओमप्रकाश राजभर के एक वक्त करीबी रहे महेंद्र राजभर ने समाजवादी पार्टी को समर्थन देने का ऐलान किया था। अब महेंद्र राजभर भी पूर्वांचल की राजनीति में ओपी राजभर के लिए चुनौती बने रहेंगे।