लखनऊ. सोशल मीडिया पर सेहलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर का एक बयान वायरल हो रहा है जिसमें उन्होंने सपा मुखिया अखिलेश यादव की जाति को लेकर विवादित बयान है। ओपी राजभर के इस बयान पर सपा ने कड़ी आपत्ति जताई है। बाराबंकी से सपा विधायक धर्मराज यादव उर्फ सुरेश यादव ने कह दिया कि ओमप्रकाश राजभर पूरी तरह से मानसिक विक्षिप्त और सत्ता लोभी व्यक्ति हैं। सुरेश यादव ने राजभर की तुलना सड़क पर जुबान निकालकर लार टपकाने वाले जानवर से कर डाली।
वायरल वीडियो में ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि ‘लोग कहते हैं कि अहीर को 12 बजे बुद्धि आती है। ये लोग क्या बात करेंगे। ये राजभर का हिस्सा लूट लेंगे। पाल, चौहान, प्रजापति का हिस्सा लूट लेंगे। ये दूसरे की क्या बुद्धि खोलेंगे, पहले अपनी बुद्धि खोल लें।’ उन्होंने कहा कि हमने समाजवादी पार्टी इसी शर्त पर ज्वाइन की थी कि हाई कोर्ट के 2013 के आदेश को माना जाए। इस दौरान ओपी राजभर ने सपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी का पिछड़ा सम्मेलन लोगों को गुमराह करने के लिए हो रहा है। उन्होने कहा कि जब ये (सपा) सरकार में थे तो पिछड़ों का ख्याल नहीं आया।
बहरहाल, समाजवादी पार्टी के नेताओं की आपत्ति के बाद सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर के बेटे और सुभासपा नेता अरुण राजभर का रिएक्शन आया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि ‘ सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मा.ओम प्रकाश राजभर जी ने कहा आम लोग कहते है कि अहीरों की बुद्धि 12 बजे खुलती है।” बल्कि यह कथन श्री ओम प्रकाश राजभर जी का नहीं है इस बयान को तोड़कर पेस किया जा रहा है जो ग़लत है । हर समाज का सम्मान है । श्री ओम प्रकाश राजभर जी ने कहा जब सपा की सरकार थी तो पिछड़ो के नाम पर सिर्फ़ एक जाति का विकास होता था बाक़ी राजभर,चौहान,पाल,प्रजापति,बारी,बंजारा,अर्कवंशी,गोंड,लोहार आदि अतिपिछड़ी जातियों का हक़ लूटा जाता था’।
बताते चलें कि सुभासपा प्रमुख ने जब से समाजवादी पार्टी का साथ छोड़ा तभी से सुभासपा और सपा के बीच जुबानी जंग जारी है और यह तेज ही होती जा रही है।