बरेली। सोमवार को समाजवादी पार्टी ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी कर दी। इस लिस्ट के सामने आने के साथ ही बरेली मंडल की तीन लोकसभा सीटों की स्थिति साफ हो गई। सपा ने इन तीन सीटों पर बाहरी प्रत्याशी दिए हैं जिससे पार्टी में अंदरखाने विरोध की आवाजें भी शुरू हो गई हैं।
समाजवादी पार्टी की दूसरी लिस्ट में बरेली मंडल की आंवला और शाहजहांपुर लोकसभा सीट से भी प्रत्याशी घोषित किए गए हैं। सपा ने आंवला सीट से नीरज मौर्य को उम्मीदवार बनाया है। नीरज मौर्य शाहजहांपुर जिले के जलालाबाद से आते हैं। वर्ष 2007 और 2012 में नीरज बसपा से विधायक चुनए गए थे। साल 2017 में भी वह बसपा के टिकट पर जलालाबाद से चुनाव लड़े लेकिन इसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इसके उपरांत वह स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ भाजपा में गए और 2022 के चुनाव से पहले सपा में आए।
शाहजहांपुर से प्रत्याशी घोषित किए गए राजेश कश्यप नोएडा के रहने वाले बताए जाते हैं। हालांकि, बिल्डर से नेता बने राजेश कश्यप पहले बरेली और फिर शाहजहांपुर में भी काफी सक्रिय रहे हैं। उन्होंने साल 2017 और 2022 में विधानसभा के लिए टिकट मांगा था बहरहाल अब उनका नाम शाहजहांपुर से लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी के तौर पर सामने आया है।
समाजवादी पार्टी ने बदायूं सीट से धर्मेंद्र यादव के नाम का ऐलान पहली ही लिस्ट में कर दिया था। धर्मेंद्र अखिलेश यादव के परिवार से ही आते हैं और पहले भी वह बदायूं का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में वह स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी और भाजपा की संघमित्रा मौर्य से चुनाव हार गए थे।
चौथी सीट बरेली के बारे में भी मीडिया में रिपोर्ट्स आई हैं कि यहां से पार्टी स्वरा भास्कर को टिकट दे सकती है। दिल्ली में जन्मी स्वरा भास्कर के पति फहद अहमद और उनके पिता का समाजवादी पार्टी से पुराना रिश्ता है।
बरेली मंडल की पांचवी सीट पीलीभीत सीट के बारे में चर्चा है कि सपा इंतजार करेगी और भाजपा की लिस्ट सामने आने के बाद अपने पत्ते खोलेगी। दरअसल पीलीभीत में वरुण गांधी के टिकट को लेकर तमाम बातें कही जा रही हैं। अगर भाजपा उन्हें फिर से मौका नहीं देती है तो वरुण निर्दलीय उम्मीदवार हो सकते हैं और ऐसे में इंडिया गठबंधन उन्हें समर्थन दे सकता है।
समाजवादी पार्टी ने टिकटों का बंटवारा पीडीए फॉर्मूले और जीत की संभावना को देखते हुए किया है। आंवला लोकसभा सीट पर मौजूदा समय में भाजपा से धर्मेंद्र कश्यप सांसद हैं। सपा ने नीरज मौर्य को टिकट दिया है तो इसके पीछे की वजह करीब 19 लाख वोटरों वाली इस सीट पर 2.5 लाख कश्यप और करीब पौने दो लाख मौर्य वोट होना हैं। यादव वोट भी लगभग एक लाख के करीब हैं। लगभग चार लाख मुस्लिम वोटर भी हैं। सपा जिलाध्यक्ष पहले ही कश्यप समाज से हैं। ऐसे में सपा को लगता है कि पीडीए समीकरण ठीक बैठा तो यह सीट उनकी झोली में आ सकती है।
वैसे आंवला सीट से सपा के बरेली जिलाध्यक्ष रह चुके अगम मौर्य भी दावेदार थे जिन्हें निराशा ही हाथ लगी है। इसी तरह से शाहजहांपुर में भी अन्य स्थानीय उम्मीदवारों में निराशा है। पार्टी के नेता खुलकर भले ही ना कहें लेकिन उनमें असंतोष दिखाई दे रहा है। कुछ नेता उम्मीदवार तय हो जाने के बाद जिलाध्यक्ष जैसे पदों पर नई नियुक्तियों की मांग कर रहे हैं ताकि बैलेंस बना रहे।