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लोकसभा चुनाव 2024: समाजवादी पार्टी की पहली लिस्ट में परिवार से 3 नाम, देखें पूरी लिस्ट

समाजवादी पार्टी की पहली लिस्ट में सपा प्रमुख अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को एक बार फिर से मैनपुरी से उम्मीदवार बनाया गया है। डिंपल अभी भी मैनपुरी से ही सांसद हैं।

Akhilesh Yadav

लखनऊ. समाजवादी पार्टी ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए बिगुल फूंक दिया है। सपा ने लोकसभा चुनाव के लिए 16 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की है। इस लिस्ट के 16 नामों में 3 उम्मीदवार यादव परिवार से हैं। समाजवादी पार्टी की पहली लिस्ट में सपा प्रमुख अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को एक बार फिर से मैनपुरी से उम्मीदवार बनाया गया है। डिंपल अभी भी मैनपुरी से ही सांसद हैं।

पीडीए कार्ड खेल रही सपा की लिस्ट में पिछड़े, दलित और मुस्लिम का ही बोलबाला दिखा है। संभल से शफीकुर्रहमान बर्क, फिरोजाबाद से अक्षय यादव, मैनपुरी से डिंपल यादव, एटा से देवेश शाक्य,, बदायूं से धर्मेंद्र यादव, खीरी से उत्कर्ष वर्मा, धौरहरा से आनंद भदौरिया को टिकट दिया है।

इसके साथ ही उन्नाव से अनु टंडन, लखनऊ से रविदास मेहरोत्रा, फर्रुखाबाद से नवल किशोर शाक्य, अकबरपुर से राजाराम पाल, बांदा से शिव शंकर सिंह पटेल, फैजाबाद से अवधेश प्रसाद, अंबेडकर नगर से लालजी वर्मा, बस्ती से राम प्रसाद चौधरी और गोरखपुर से काजल निषाद को टिकट दिया है।

डिंपल यादव पिछला चुनाव भी मैनपुरी से लड़ीं थीं। मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद इस सीट पर उपचुनाव हुआ था। सपा ने इस सीट से डिंपल को उम्मीदवार बनाया और वह रिकॉर्ड मतों से चुनाव जीतीं।

samajwadi party first list for loksabha election 2024

धर्मेंद्र यादव पिछला चुनाव बदायूं से लड़े थे लेकिन वह भाजपा की संघमित्रा मौर्य (स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी) से चुनाव हार गए थे। उन्होंने भाजपा पर चुनाव में धांधली का आरोप भी लगाया था और कोर्ट भी गए थे लेकिन स्वामी प्रसाद मौर्य के सपा में आने के बाद उन्होंने केस वापस ले लिया था। संघमित्रा अभी भी भाजपा में ही हैं लेकिन देखना होगा कि भाजपा क्या उन्हें यहां से दोबारा मौका देने का जोखिम उठाती है या नहीं।

फिरोजाबाद से उम्मीदवार बनाए गए अक्षय यादव समाजवादी पार्टी के प्रमुख महासचिव रामगोपाल यादव के बेटे हैं। अक्षय 2014 में इसी सीट से चुनाव जीते थे लेकिन 2019 के चुनाव में भाजपी ने यह सीट उनसे छीन ली थी। हालांकि अक्षय की हार में खलनायक खुद उनके चाचा शिवपाल सिंह यादव बने थे । शिवपाल भी पिरोजाबाद से उम्मीदवार थे और उस समय भतीजे अखिलेश यादव से नाराज थे। शिवपाल के मैदान में होने से सपा का वोटबैंक बंट गया और सीट भाजपा के खाते में चली गई थी। अब देखना होगा कि जब चाचा-भतीजा एक बार फिर से साथ हैं जो क्या अक्षय यादव फिरोजाबाद सीट को बचा पाते हैं।

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