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बस शपथ लेना बाकी! ओमप्रकाश राजभर गिनाने लगे मंत्री बनने के बाद के काम

ओमप्रकाश राजभर के रुख से साफ है कि समाजवादी पार्टी के पीडीए फॉर्मूले की काट निकालने के लिए वह मंत्री बनने के बाद समाजवादी पार्टी पर और भी ज्यादा हमलावर होने वाले हैं

opprakash rajbhar

सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर को मंत्री पद मिलेगा या नहीं इसे लेकर यूपी की सियासत में पिछले कुछ महीनों से खूब चर्चाएं हो रही हैं। घोसी उपचुनाव में भाजपा की हार के बाद समाजवादी पार्टी ने राजभर को मंत्री बनाए जाने को लेकर खूब चुटकी ली थी लेकिन अब बारी ओमप्रकाश राजभर की है। राजभर ना सिर्फ मंत्री बनाए जाने के दावे कर रहे हैं बल्कि समाजवादी पार्टी को मुंह चिढ़ाते हुए मंत्री बनने के बाद किए जाने वाले काम भी बताने लगे हैं।

दरअसल पिछले दिनों दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की यूपी में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चा होने की बातें सामने आई थीं। इसके बाद राजभर ने कहा था कि सात नवंबर तक सब साफ हो जाएगा।अब ओम प्रकाश राजभर ने कहा है कि केंद्र सरकार से मंत्री बनने के लिए हरी झंडी मिल चुकी है, बस शपथ लेना बाकी रह गया है। वह शनिवार को औरैया में आयोजित एक कार्यक्रम  बतौर मुख्य पहुंचे थे। यहां राजभर ने कहा कि बेटा-बेटी को स्कूल न भेजने वाले अभिभावकों के लिए जेल भेजने का कानून बनवाऊंगा। यानी उन्होंने मंत्री बनने के बाद अपनी प्राथमिकता भी गिना दी।

विपक्षी आइएनडीआइए पर निशाना साधते हुए राजभर ने कहा कि यह ठगबंधन है। राजभर के मुताबिक इससे हटकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव खुद प्रधानमंत्री बनना चाह रहे हैं। इससे पहले कन्नौज में उन्होंने कहा कि कहा कि सपा में ‘वाई’ को अधिकार और ‘एम’ को नफरत मिलती है। राजभर के वाई का मतलब यादव और एम का मतलब मुस्लिम से था। राजभर ने कहा खुद के कुछ वक्त के लिए सपा में जाने की बात पर कहा कि कीचड़ की सफाई के लिए कीचड़ में उतरना पड़ता है।

। घोसी में जोरदार प्रचार के बाद भी भाजपा की हार और उस दौरान मंत्री पद नहीं मिलने से राजभर चुप रहने के लिए मजबूर हो गए थे लेकिन अब जब उन्हें भरोसा हो गया है कि वह मंत्री बन जाएंगे तो वह फिर से मुखर हैं।

 ओमप्रकाश राजभर प्रमुख रूप से पिछड़े वर्ग की राजनीति करते हैं और उनके रुख से साफ है कि समाजवादी पार्टी के पीडीए फॉर्मूले की काट निकालने के लिए वह अब समाजवादी पार्टी पर और भी ज्यादा हमलावर होने वाले हैं। इसी के जरिए वह एनडीए में रहते हुए अपनी उपयोगिता भी साबित कर पाएंगे।

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